In a world full of traitors and manipulators, Decency can be the clarion call for the CATASTROPHE !
Saturday, June 26, 2021
Monday, June 14, 2021
#HeSheStory
"Cheer-Up, it’ll be alright
eventually", he said !
"And who's going to fix it for
me ??", she asked in exasperation.
Holding back for a while, he
said "Maybe someone who's as broken as you, as soulful as you, as
imperfectly perfect.... ! "
Stopping him midway, she screamed with dejection, "Isn't it going to be terribly difficult to move on !"
"It is but I’ve reservations
booked only for myself for this journey", he jokingly laughed.
With tears rolling down her eyes, she stormed out of ICU ward.
He never spoke back again, She never heard him again !
Saturday, June 12, 2021
Raabta-e-Muntazar !
वो अहले सुबह के ख़्वाब-सी सुकून हो तुम,
ख्यालों की हद को बेहद कर दो, वो हक़ीकत हो तुम !
तुम्हारी बेलफ्ज़ बातों में भी एक अजब-सी नरमाहट है...
ख़ामोशियों को भी आवाज़ दे दे, कुछ ऐसी नज़ाकत है !
वो जो ज़ुल्फों की आग़ोश में हैं झुमके तुम्हारे,
लगता जैसे बादलों में से छुपकर है वो चाँद निहारे ।
हैरान हूँ तेरे रुख़सार में वाबस्ता नूर देखकर,
कुछ इस कदर हसीन है...जैसे पत्तियों से सरकती हो बारिशों की बूँद लेकर !
ख्यालों की हद को बेहद कर दो, वो हक़ीकत हो तुम !
तुम्हारी बेलफ्ज़ बातों में भी एक अजब-सी नरमाहट है...
ख़ामोशियों को भी आवाज़ दे दे, कुछ ऐसी नज़ाकत है !
वो जो ज़ुल्फों की आग़ोश में हैं झुमके तुम्हारे,
लगता जैसे बादलों में से छुपकर है वो चाँद निहारे ।
हैरान हूँ तेरे रुख़सार में वाबस्ता नूर देखकर,
कुछ इस कदर हसीन है...जैसे पत्तियों से सरकती हो बारिशों की बूँद लेकर !
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