उन दरख्तों की छांव ढूंढता हूं,
वो बेफिक्री की मुस्कान ढूंढता हूं !
...कश्तियां कागज़ की जब बनाई थी हमने,
वो गुज़रे हुए बचपन की खुशियां तमाम ढूंढता हूं !
वो बेफिक्री की मुस्कान ढूंढता हूं !
...कश्तियां कागज़ की जब बनाई थी हमने,
वो गुज़रे हुए बचपन की खुशियां तमाम ढूंढता हूं !